अजीब लड़का हूँ
जाने क्या चाहता हूँ
जिंदगी से प्यार तो नही
फिर भी जीना चाहता हूँ
यूँ तो किसी को रुलाया नही कभी
पर खुद का दिल दुखाना चाहता हूँ
सभी रहना चाहते हैं करीब मेरे
पर सब से दूर जाना चाहता हूँ
ज़रूरते तो कुछ खास नही हैं
पर जाने क्या पाना चाहता हूँ
ये उलझन भारी जिंदगी दिलचस्प तो है
पर सुलझा हुआ शहर बसाना चाहता हूँ
खुद को जनता तो हूँ
पर फिर भी कुछ समझाना चाहता हूँ
अजीब लड़का हूँ
जाने क्या चाहता हूँ.
जाने क्या चाहता हूँ
जिंदगी से प्यार तो नही
फिर भी जीना चाहता हूँ
यूँ तो किसी को रुलाया नही कभी
पर खुद का दिल दुखाना चाहता हूँ
सभी रहना चाहते हैं करीब मेरे
पर सब से दूर जाना चाहता हूँ
ज़रूरते तो कुछ खास नही हैं
पर जाने क्या पाना चाहता हूँ
ये उलझन भारी जिंदगी दिलचस्प तो है
पर सुलझा हुआ शहर बसाना चाहता हूँ
खुद को जनता तो हूँ
पर फिर भी कुछ समझाना चाहता हूँ
अजीब लड़का हूँ
जाने क्या चाहता हूँ.